Saturday, 29 October 2016

 
पैसे कमाना और पैसेवाला बनना
     वैसे तो पैसा सबको प्यारा है, पर पैसे कमाना और पैसेवाला बनना इसमे 
बहोत अंतर है जैसे जमिन और आसमान | क्योंकी पैसा कमाना सब जानते है|
बिजनेस, नौकरी, और अन्य काम करके पैसा कमाया जा सकता है पर जैसे 
कमाना शुरु होता है वैसे ही खर्चे शुरु होते है| 


         जब पैसा अपने पास होता है ज्यादातर लोग का पैसा रोज की जरुरतों
पर खर्च होता है| मोबाईल, गाडी , अच्छे कपडे , खाना और बाकी फॉमीली 
जिम्मेदारी पर खर्च करना ये सबसे पहली जरुरत है | कभी सेवींग करने की
सोचते है तो सिर्फ हमे सेविंग के बारे मे बताने वाला एकही शक्स होता है वो
सिर्फ इन्सुरंस एजन्ट | ज्यादा तर लोग इन्सुरंस मे जिवन विमा, बच्चो का प्लान
एैसी पॉलीसी मे इन्वेस्ट करते है और सोचते है की भविष्य की चिंता करने की
जरुरत नही है क्यों तो पॉलीसी निकाली है उससे मिले रिटर्न पैसो से बच्चो का
एज्युकेशन और शादी हो जाऐगी | 



        हम रोज की जरुरतो को पुरा करने मे इतने उलझे रहते है की हमे खुदके
बारे मे सोचने की या तो जब पैसा कमाना शुरु करते है तो ये साचते है की, 
बडी गाडी, एक अच्छासा घर और दुनिया की हर एक चिज जो मुझे अच्छी 
लगती है वो मेरे पास रहेगी पर ये नही सोचते ये सारी बाते सच करने के लिये 
हमे क्या करना पडेगा | कौन सा एैसा काम है जो अमिर लोग करते है या फीर
कौनसी प्लानींग है जो करनी पडेगी |



      एक आम आदमी सिर्फ सपने देखने का काम करता है की, मेरे पास पैसा
होता तो…..| जिंदगी के 15 साल हर महिने 50 हजार कमाके भी एक इन्सान 
अगर गरीबी की जिंदगी जिता है |  15 साल 50 हजार हर महिने की कमाई
करने के बाद भी अगर उसके पास खुदका घर नही है बँक बॅलेंस भी झिरो है
तो फिर कौनसा काम करना पडेगा की आने वाले दिनो मे वो अपने जिंदगी
के लिये जो सपने देखे है वो पुरा कर सके कोनसा वो काम है जिससे उसके 
सपने पुरे हो क्या साल 2000 - 2015 तक हर महीने 50 हजार कमाता हो गाँव
खेडे मे रहता हो फीर भी खुदका घर नही बना सका तो क्या आगे घर बना
पाएगा ?






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