इस दुनिया मे कोई भी बिझनेस करना हो तो उसमे कमसे कम 5 साल अच्छे तरिकेसे मेहनत और लगणके साथ काम करना पढता है तब एक सफल व्यावसायिक या उद्योगपती की पहचान मिल सक्ती है।
मै आज आपको एक ऐसा बिझनेस बता रहा हूं जीसमे कमसे कम समय मे आप सफल बिझनेस मॅन की पहचान मिलेगी और आपके साथ कम से कम 100 लोगोको रोजगार मिलेगी जीसमे आपको कुछ भी लागत लगाणे की जरूरत न ही है।
आज की दौर मे 50000 रुपये महीना कमाना है तो तो कमसे कम 5000 रुपये लगा सकते हो। तो उसके लिये पहले खुद्द को इस बिझनेस के लिये तयार करणा पडेगा क्योनकी इस बिझनेस मे लॉस नाम की कोई चीज ही नही है। बस दिमाग लगना है और उस आयडिया पर काम करणा हैं।
ये ब्लॉग मैं सिर्फ शेती उद्योग व शेतकरी इस फेसबुक पेज के लिये लिख रहा हूं मै चाहता हूं मेरे फेसबुक पेज के दोस्त लोग इस आयडिया पर काम करके सफल हो।
पहले आपको रिक्वेस्ट करता हूं की ब्लॉग को पुरा पढे आयडिया अछी लगे तो उसपर काम करके सफल बने और कोई इस आयडिया मे कोई प्रॉब्लेम है तो कंमेंट करे मैं आपको इसका सोल्युशन बताउंगा ।
पहले आपको मशरूम व्यवसाय का प्रशिक्षण लना पडेगा । ये ऐसा उत्पादन है जीसमे खुला बेचो तो 500 रुपये किलो का rate मीलेगा। लेकींन उसिको पॅक करके बेचोगे तो 1200 रुपये kg का rate मिलेंगा। इस बिझनेस को आपको चिल्लर मे नहीं ठोक मे काम करणा हैं तो आपको उसके लिये मशरूम उद्योग की training लेणी पडेगी।
आप जीस गाव मे रहते हो उस गाव के 5 किलोमीटर दुरी पे चारोबाजू हर गाव मे 2 बचतगट जो पहले से तयार है उनको मशरूम उद्योग का प्रशिक्षण देना पडेगा उनको भरोसा देना पडेगा की तयार किया हुवा माल वो 500 रुपये kg की भाव से खरीद लेंगे । मशरूम की एक बॅग कम से कम 45 दिनो मे 2 kg सुका हुवा मशरूम का उत्पादन होता है। इस हिसाब से 10 बचत गट के माध्यम से अगर एक महिने मे आप 100 किलो मशरूम लेकरं बेचते हो तो 50000 रुपये कमा लोगे । मशरूम बेचने के लिये मार्केट पहलेसे तयार है आपको जिल्हा उद्योग केंद्र मे जाकर गृहद्योग का रजिस्ट्रेशन करलो और आपके गाव से नजदिक जो भी शहर है वहाके मॉल, बिगबाजार, या सब्जीमार्केट मे ठोक के हिसाब से rate फिक्स करलो।
असली काम यहा से सुरू होता है। मशरूम जिनसे आप खरीद रहे हो उनको पुरा उत्पादन खरीद लो उसके बाद छोटा और बडा मशरूम अलग करलो।छोटे मशरूम का 500 ग्राम का पॅक बनकर उसे आप अच्छे पॅकिंग मे बेच सकते हो। बडा मशरूम के 100 ग्राम का पॅकेट बना कर बेचो ।
मशरूम ये ऐसा उत्पादन है बेचने की जगह और पॅकींग जीतनी स्टँडर्ड आपको रेट उतना ज्यादा मिलेगा। सुका हुवा मशरूम 2 साल तक उसे खाने के लिये उपयोग मे ला शकते है। सुका हुवा और ताजा मशरूम आप मार्केट स्किल का उपयोग करके ज्यादा से ज्यादा मूनाफा कमा शकते हो । मैने सुरुवात मे कहा है की ये दिमागवाला बिझनेस है। इसका उपयोग जीस तऱ्हा से करोगे बेनिफिट उतना ज्यादा मिलेंगा।मशरूम से जुडी औरभी बिझनेस इस काम को करते करते सिक कर एक सफल उद्योग पती बनणे का मोका आपके पास है।
ये बिझनेस आयडिया अच्छा लगा तो बाकी दोस्त को फॉरवर्ड करके और कॉमेंट करे ।
Tuesday, 30 May 2017
छोटासा काम बडा बिझनेस
Friday, 26 May 2017
छोटी सी कहाणी बडा सबक
ये कहाणी मेरे LIC अभिकर्ता मिटिंग मे मेरे विकास अधिकारी आदरणीय फडणीस सर के स्पीच मे 6-7 साल पहले सुनी है जो मुझे आज भी inspire करती है।
एक राज्य था वहा पर हर साल राजा चुना जाता था। उस दिन राज्य के सभी नौजवान राज दरबार के ग्राउंड पर जमा होते थे । उस भीड मे हाथी जिसके गले मे हार डालता प्रजा उसे राजा मानती थी । ये प्रथा बहोत सालो से उस राज्य मे चालू थी। हर साल हाथी भीड मे से राजा चूनता और वो एक साल के लिये राजा उस राज्यपर राज करता।
एक साल बाद उस राजा को राज्य के बाहर समुद्र के उस पार घने जंगल मे छोडा जाता । उस जंगल के जानवर उसे खाकर मार डालते।
एक साल ऐसेही एक नौजवान के गले मे हाथी ने हार डाली और वो राजा बना। एक साल पुरा होणे के बाद वो राजा पुरे राज्य मे रथ पर बैठकर प्रजा को हाथ हिलाकार तो कभी हाथ जोड जर प्रजा का धन्यवाद मानकर जा राहा था। उस राज्य मे ऐसा पहली बार हुवा की राजा को बगैर सलाखों मे बांधते हुवे अपनी जान की भीक मांगणे की बजायअपनी जान की पर्वा न करते हुवे राजा हसिखुशी से सबको अलविदा कर राहा था । सारी जनता आच्छर्य चकित होकार अलविदा कर रही थी सबके मन मे प्रश्न था पर किसिने भी पुच्छने की हिम्मत नही की।
राज्य के बाहर जाणे के बाद समंदर मे जहाज मे बैठे उस जहाज चलाने वाले ने राजा को पुछा महाराज माफ करना लेकींन मेरे मन मे एक सवाल है , जो नजारा आज मै देख रहा हूं मुझे मेरे आखों पर यकीन नही हो राहा है। इतने सालों से मैं हर साल एक नये राजा को समंदर किनारे छोडने का काम कर राहा हूं इस जहाज पर बैठा हर राजा अपनी जान की भीक मांगता, रोता, पैर पडते हुवे अपनी जान बचाने भीक मांगता पर आप तो खुशी से जा रहे हो ऐसा क्यों?
इस प्रश्न से राजा हसणे लगा और बोलणे लगा की, आज तक जितने भी राजा बने उन सबको पता था की मेरी जिंदगी सिर्फ एक साल की है एक साल के बाद इस जंगल मे मुझे छोड कर इस जंगल के जानवर खा जायेंगे इसी लिये वो सभी राजा एक साल तक सिर्फ दारू , नशा, नाचगाणा, खाणे पिणे मे बिताए और आखरी दिन मौत की डर से रोने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नही था।
किसीं ने भी उस राजा होणे का फायदा नही उठाया या सोचा भी नही की , मैं एक साल का राजा जिंदगी भर राजा बन कर जीउंगा लेकींन मैने सोचा और जैसेंही मैं राजा बना उसके दुसरे दिन ही मैने समंदर के उस पार सैनिक भेजे जंगल साफ करवाया। महल बनवाणे के लिये कारागीर भेज कर महल बनवाया । मेरे रिषतेदारो को भेजा उनके लिये भी मकान बनवाये । मेरे चाहने वालो को भेजा उनकी भी रहणे की व्यवस्था की व्यापारी को भेजा कीसानो को भेजा । एक राज्य मे जीस तराह की व्यवस्था होती है वैसी व्यवस्था कराई और उस राज्य को मैने सुजलाम सुफलाम बणाया।
राजा ने कहा मै आज मरणे के लिये नहीं , मै एक राज्य से दुसरे राज्य मे राज करणे के लिये राजा बन कर जा राहा हूं ।
ज्यादातर लोग ये ही सोच कर अपनी जिंदगी बीताते है। , चान्स मिल्ने के बाद भी ऐश आराम, नया कुछ ना करते हुवे वो ही रुटीन मे जिंदगी जितें है जैसे बाकी लोग जितें है। अपनी जिंदगी बनाना है बडे सपणे को पुरा करना है तो उस राजा जैसे सोच रखना होगा जो एक राजा होते हुवे भी उसने अपने नये राज्य का निर्माण किया और जिंदगी भर के लिये राजा बना । बहाणे ना बनाते हुवे जिंदगी जियो डटकर मुसीबतो का सामना करो अपने सपणे पुरे करो सफलता आपके कदम चुमेगी।
धन्यवाद फडणीस सर इस कहाणी की वजह से लाख मुसीबतो का सामना करते हुवे मै जी राहा हूं एक ना । एक दिन सफलता मेरे कदम चुमेगी।
कहाणी अच्छि लगे तो कॉमेंट जरूर करना।
Thursday, 25 May 2017
छोटी बातो से बडा सबक
*6 छोटी-छोटी कहानियाँ*
( 1 )
*एक बार गाँव वालों ने यह निर्णय लिया कि बारिश ☔के लिए ईश्वर से प्रार्थना🙏 करेंगे , प्रार्थना के दिन सभी गाँव वाले एक जगह एकत्रित हुए , परन्तु एक बालक🙇 अपने साथ छाता 🌂भी लेकर आया ।*
👇
*🔔 इसे कहते हैं 🔔*
*🎄 आस्था🎄*
🌾
( 2 )
*👶जब आप एक बच्चे को हवा में उछालते हैं तो वह हँसता 😀 है , क्यों कि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लेंगे ।*
👇
*🐾इसे कहते हैं🐾*
*✌ विश्वास✌*
🌾
( 3 )
*🌜प्रत्येक रात्रि को जब हम सोने के लिए जाते हैं तब इस बात की कोई गारण्टी नहीं है कि सुबह☀ तक हम जीवित रहेंगे भी कि नहीं , फिर भी हम घड़ी ⏰ में अलार्म लगाकर सोते हैं ।*
👇
*💡इसे कहते हैं*
*🌞आशा(उम्मीद)🌞*
🌾
( 4 )
*हमें भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी हम आने वाले कल के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं बनाते हैं ।*
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*👉 इसे कहते हैं👈*
*💪 आत्मविश्वास💪*
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🌾
( 5 )
*💞 हम देखरहे हैं कि दुनियाँ कठिनाइयों से जूझरही है फिर भी हम शादी 🎎 करते हैं ।*
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*🎵 इसे कहते हैं 🎵*
*💘 प्यार 💘*
🌾
( 6 )
*👍 एक 60 साल की उम्र वाले व्यक्ति की शर्ट पर एक शानदार वाक्य लिखा था , "मेरी उम्र 60 साल नहीं है , मैं तो केवल मधुर - मधुर 16 साल का हूँ , 44 साल के अनुभव के साथ ।"*
👇
*👊 इसे कहते हैं 👊*
*👀 नज़रिया 👀*
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*जीवन खूबसूरत है , इसे सर्वोत्तम के लिए जियो।*
*संसार में केवल मनुष्य ही ऐसा एकमात्र प्राणी है*
*जिसे ईश्वर ने हंसने का गुण दिया है, इसे खोईए मत.*
*"बिखरने दो होंठों पे हंसी के फुहारों को*
*दोस्तों,*
*प्यार से बात कर लेने से जायदाद कम नहीं होती है*
*इन्सान तो हर घर में पैदा होते हैं....!!*
*बस इंसानियत कहीं-कहीं जन्म लेती है.*
🚩🌹 🙏🌷 🙏🙏🙏
जगातील सर्वात शक्तिशाली व्यक्ती
*एका पित्याने अापल्या मुलीचे खूप चांगल्या प्रकारे संगोपन केलं.*
*खूप चांगल्या प्रकारे तिचे शिक्षण केलं . जेणेकरून मुलीच्या सर्व इच्छा आकांक्षा पूर्ण होण्यास मदत होईल.*
*काही काळानंतर ती मुलगी एक यशस्वी व्यक्ती बनली. आणि एका मल्टी नैशनल कंपनीचा सी.ई.ओ. झाली. उच्च पद ,भरपूर वेतन, सगळ्या सुख सुविधा तिला कंपनीकडून प्रदान झाल्या होत्या.*
*एके दिवशी असाच तिचा विवाह एका चांगल्या मुलाशी झाला तिला मुलंही झाली. तिचा आता आपला सुखी परिवार बनला.*
*वडील म्हातारे होत चालले होते. एक दिवस वडीलांना आपल्या मुलीला भेटायची इच्छा झाली . आणि ते मुलीला भेटायला तिच्या ऑफिस मध्ये गेले. त्यांनी बघितलं की मुलगी एका मोठ्या व शानदार ऑफिसची अधिकारी बनलीय. तिच्या ऑफिसात हजारो कर्मचारी तिच्या अधीन राहून काम करत आहेत.*
*हे सगळं बघून वडीलांची छाती अभिमानानं फुलली !*
*ते म्हातारे वडील मुलीच्या कॅबिन मध्ये गेले. व तिच्या खांद्यावर हात ठेवून उभे राहीले.* *आणि प्रेमानं त्यांनी आपल्या मुलीला विचारलं की,*
*"या जगात सगळ्यात शक्तिशाली व्यक्ती कोण आहे "?*
*मुलगी स्मित हास्य करत, आत्मविश्वासाने म्हणाली.*
*"माझ्याशिवाय कोण असू शकत बाबा ?"*
*वडीलांना तिच्याकडून ह्या उत्तराची अपेक्षा नव्हती.*
*त्यांना विश्वास होता की, त्यांची मुलगी गर्वाने म्हणेल की,*
*" बाबा, ह्या जगातील सर्वात शक्तिशाली व्यक्ती तुम्हीच आहात . ज्यांनी मला एवढ्या योग्यतेच बनवलं!"*
*या विचाराने त्यांचे डोळे भरून आले. ते कॅबिनचा दरवाजा ढकलून बाहेर निघायला लागले. पण न राहून त्यांनी परत एकदा वळून मुलीला विचारलं की,*
*परत सांग*
*"या जगात सगळ्यात शक्तिशाली व्यक्ती कोण आहे "?*
*मुलगी ह्या वेळेस म्हणाला की,*
*"बाबा, तुम्हीच आहात ह्या जगातील सर्वात शक्तिशाली व्यक्ती!"*
*वडील हे ऐकून आश्चर्यचकित झाले .*
*व ते म्हणाले,*
*"अग, आताच तर तू स्वतःला जगातला सगळ्यात शक्तिशाली व्यक्ती म्हणत होतीस .*
*आणि आता तू मला शक्तिशाली व्यक्ती म्हणून सांगते आहेस " ?*
*मुलगी हसत त्यांना आपल्या समोर बसवत बोलली ,*
*"बाबा, त्यावेळी तुमचा हात माझ्या खांद्यावर होता.*
*ज्या मुलीच्या खांद्यावर किंवा डोक्यावर वडीलांचा हात असेल. तर ती मुलगी जगातील सर्वात शक्तिशाली व्यक्तीच असेल ना ? हो की नाही बाबा " !*
*वडीलांचे डोळे परत भरून आले. त्यांनी आपल्या मुलीला घट्ट छातीशी धरून करकचून मिठी मारली."*
*खरंच आहे की,*
*ज्याच्या खांद्यावर किंवा डोक्यावर वडीलांचा हात असेल*. तर
*ती व्यक्ती जगातील सर्वात शक्तिशाली व्यक्ती असतो.*
*आपल्या प्रगती व उन्नतिने फक्त* *"आई-वडीलच" आपल्या प्रगतीवर खुश असतात*🙏🙏🏻🙏🏻💐💐
Monday, 15 May 2017
तसं जगायला हवं
आपण नाटक पहायला गेलो तर पुढची सीट मागतो आणि सिनेमा पहायला गेलो की मागची. तुमचं जगातलं स्थान असंच सापेक्ष असत...!
ते अविचल कधीच नसतं...!
साबण बनवायला तेल हा घटक जरूरी असतोे आणि तेलाचा डाग काढायला साबणच लागतो..! हा अटळ विरोधाभास आहे...!!
जगात दोनच प्रकारची माणसं आनंदात असतात...!
वेडीे माणसं आणि लहान मुलं !
चांगल्या कामासाठी ध्येयवेडे व्हा
आणि ध्येय साध्य झाले* की लहान मुलांसारखा त्याचा आनंद घ्या...!
जगण्याचा आनंद घ्या...!
तुम्ही स्वत:च्या खांद्यावर डोके टेकुन रडू शकत नाही आणि स्वत:च स्वत:ला आनंदाने मिठीही मारू शकत नाही...! आयुष्य म्हणजे दुस-यांसाठी जगायची बाब आहे...! जे तुमच्यावर सर्वाधिक प्रेम करतात त्यांना साथ द्या आणि त्यांची सोबत घ्या...!!
" जीवन खुप सुंदर आहे फक्त तसं जगायला हवं...""🌺🌺🌺 🌺🌺🌺
Sunday, 7 May 2017
बाबासाहेब आंबेडकर यांच्या बद्दल थोर लोकांचे विचार
*डॉ. आंबेडकरांबद्दल प्रसिद्ध व्यक्तींची मते*
_आम्ही डॉ. आंबेडकरांच्या जीवन आणि कार्यापासून प्रेरणा घेऊन आमचा संघर्ष सुद्धा त्याच आधारांवर चालवणार ज्या आधारांवर डॉ. आंबेडकरांनी समाज परीवर्तनाचा प्रयत्न केला आणि यश मिळवलं._
*- नेल्सन मंडेला, भारतीय संसद, १९९०*
डॉ. आंबेडकरांचे संविधान आणि जातीनिर्मुलनवादी लेखन ही आमची ऊर्जा आहे
*- नेल्सन मंडेला*
डॉ. आंबेडकर अर्थशास्त्रामध्ये माझे ‘पिता’ आहेत.
*- डॉ. अमर्त्य सेन*
भीमराव आंबेडकर हे केवळ भारतीय विद्यार्थ्यांमध्येच नव्हे तर अमेरीकन विद्यार्थ्यांमध्येही सर्वात बुद्धिमान विद्यार्थी आहे.
*-प्रो. एडवीन सेलिग्मन*
_तथागत गौतम बुद्ध आणि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांच्यासारखे महापुरूष भारताला लाभले, त्यामुळे आम्हाला भारताबद्दल विशेष आदर आहे. आम्हाला बाबासाहेबांसारखी व्यक्ती लाभली नाही ही खंत आहे. बाबासाहेबांबद्दल अधिकाधिक माहिती मिळाली तेव्हा आम्हाला धक्काच बसला! जो धर्म या देशातून हद्दपार झाला होता, तो त्यांनी पुनर्जीवीत केला. डॉ. आंबेडकरांवर आम्ही एक डॉक्युमेंट्रिय तयार केली आहे. त्यांचे विचार हे केवळ भारतासाठीच नव्हे तर समस्त जगाच्या कल्याणासाठी आहे. त्यामुळे आता बाबासाहेबांचे विचार मी थायलंडच्या घराघरांत पोहोचवणार._
*- डॉ. रूंगथिप चोटनापलाई (थाई पत्रकार व न्यूज अँकर)*
_बाबासाहेबांबद्दल काहिही बोलणं मला असं वाटतं, जसं सूर्याला प्रकाश दाखवणं. आपण आपल्या घरांमध्ये नियम आणि कायदे नाही बनू शकत, त्यांनी एवढ्या मोठ्या देशाचे संविधान लिहून टाकले. स्वातंत्र्य मिळवणे एक गोष्ट आहे परंतु स्वातंत्र्य सांभाळणे वा टिकवणे खूप अवघट आहे. बाबासाहेबांच्या संविधानामुळेच आपण सारे सुरक्षित आहोत_
*- जितेंद्र (अभिनेता)*
_बाबासाहेबांचे विचार केवळ भारतासाठी नाही तर संपूर्ण जगाकरीता प्रेरक आहेत. त्यांचे राजकिय धोरण, आर्थिक आणि सामाजिक दृष्टिकोनावर आधारित होते. त्यामुळे त्यांचे तत्त्वज्ञान हे विज्ञानवादी आणि मानवतावादी होते आणि म्हणूनच त्यांनी बौद्ध धम्माचा स्विकार केला._
*- थनसक पुमपेच (थायलंडचे मेजर जनरल)*
_डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर केवळ दलितांचे नेते नव्हते, केवळे भारत देशाचे नेते नव्हते तर बाबासाहेब हे संपूर्ण जगाचे नेते होते._
*- अरविंद केजरीवाल*
_भारताने स्वातंत्र्यासाठी लढा दिला तर डॉ. आंबेडकरांनी सामाजिक न्यायासाठी लढा दिला. त्यांनी लिहिलेली राज्यघटना जगात आदर्श आहे. त्यांनी लिहिलेली पुस्तके जगभर वाचली जातात._
*- विजयादा राजपक्षे (श्रीलंकेचे मंत्री)*
_तुम्ही कोण आहात, कुठून आलात हे तितकं महत्त्वाचं नाही, प्रत्येक मनुष्य त्याची क्षमता वापरू शकतो, जसे डॉ. आंबेडकरांनी स्वत:च्या आयुष्याची उंची गाठली आणि भारत देशाचे संविधान लिहून सर्वसामान्यांना त्यांचा हक्क मिळवून दिला._
*- बराक ओबामा, भारतीय संसद, २०१०*
_डॉ. आंबेडकरांची राष्ट्राला खरी गरज आता आहे - तीही शीघ्रतेने._
*- अरुंधती रॉय*
_महिलांच्या अधिकारासाठी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांनी मंत्रिपदाचा राजीनामा दिला होता. तसेच गरोदर महिलांना हक्काची रजा मिळवून देणारे बाबासाहेब हे जगातील पहिलेच व्यक्ती आहेत. त्यानंतर अनेक देशांनी आपापल्या देशामध्ये गरोदर महिलांसाठी सुटी लागू केली._
*- जब्बार पटेल*
_राज्यघटनेला ५० वर्ष पूर्ण झाली होती; तेव्हा इंग्लंडमध्ये संविधानावर चर्चा ठेवण्यात आली होती. त्यात जगभरातील संविधानाचे तज्ज्ञ अभ्यासक उपस्थित होते. अध्यक्षस्थानी इंग्लडचे सर्वोच्च न्यायाधिश होते. चर्चेत डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांनी तयार केलेली राज्यघटना ही सर्वश्रेष्ठ असून त्यात एक अक्षर सुद्धा बदलण्याची गरज नाही, असे मत व्यक्त करण्यात आले होते. यावरून भारतीय राज्यघटनेची सर्वश्रेष्ठता सिद्ध होते_
*- जब्बार पटेल*
_डॉ. आंबेडकर हा युवक भारतीय इतिहासाची नवीन पाने लिहीत आहे._
*- एक युरोपीयन प्रवासी, ७ नोव्हेंबर १९३१*
_डॉ. आंबेडकर बुद्धिमत्तेचा आणि ज्ञानाचा मूळ झरा आहे._
*- गव्हर्नर रिचर्ड कॅसे*
बोधीसत्व डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर हे ‘या युगातील भगवान बुद्ध’ आहेत.
*- महास्थविर चंद्रमणी*
_डॉ. आंबेडकर म्हणजे शतकाशतकातून कधीतरी काळाला पडणारे मानवतेचे भव्य दिव्य स्वप्न होते. परिसाच्या स्पर्शाने लोखंडाचे सोने होते असे म्हणतात. मी डॉ. आंबेडकरांची झाले आणि माझ्या जीवनाचं सोनं झालं. डॉ. आंबेडकरांसारख्या महामानवाच्या जीवनातील उत्तरार्धात अखेपर्यंत मी त्यांना सावलीसारखी साथ दिली. काया वाचा मने करून त्यांची सेवा केली, पूजा केली. जगाला भूषण वाटावे अशा युगप्रवर्तक महापुरूषाच्या जीवनाशी माझे जीवन निगडित झाले. यापेक्षा अधिक जीवनसाफल्य ते कोणते ?_
*- माईसाहेब डॉ. सविता आंबेडकर*
_डॉ. आंबेडकर हे एकटेच ५०० ग्रज्युएटांच्या बरोबरीचे आहे. स्वत:च्या मेहनतीने प्राप्त केलेली त्यांची विद्वत्ता एवढी आहे की ते ह्या विद्वत्तेच्या बळावर शासनाच्या कुठल्याही पदावर बसू शकतात._
*- जनरल गव्हर्नर लॉर्ड लिनलिथगो*
_डॉ. आंबेडकर हे सामाजिक क्रांतीचे प्रकाश आहेत._
*- राममनोहर लोहिया*
_डॉ. आंबेडकरांमध्ये तुम्हाला (अस्पृश्यांना) तुमचा उद्धारकर्ता लाभला आहे. हे तुमच्या बेड्या तोडून टाकतील याची मला खात्री आहे._
*-छ. शाहू महाराज, माणगांव परिषदेत, मार्च १९२०*
_डॉ. आंबेडकर हे दलितांचे मुक्तिदाता आहेत._
*- सयाजीराव गायकवाड*
_डॉ. आंबेडकरांच्या तोंडून बाहेर पडणारे शब्द म्हणजे पिस्तुलातून उडणारे बार आहेत._
*- डॉ. बेव्हरले निकोल्स*
_जगात सहा विद्वान आहेत, त्यापैकी डॉ. आंबेडकर एक आहेत._
*- एक युरोपीयन*
_डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांच्या विद्वत्तेबद्दल तर त्यांच्या शत्रूला देखिल कधी संशय वाटला नाही. त्यांच्याएवढा प्रचंड बुद्धिचा, विद्वत्तेचा आणि व्यासंगाचा एकही माणूस महाराष्ट्रात नव्हे भारतात या क्षणी नव्हता. रानडे, भांडारकर, तेलंग आणि टिळक ह्यांच्या ज्ञानोपासनेची महान परंपरा पुढे चालविणारा महर्षी आज आंबेडकरांवाचून भारतात दुसरा कोण होता? वाचन, चिंतन आणि लेखन ह्यावाचून आंबेडकरांना दुसरे जीवनच नव्हते. महार जातीत जन्माला आलेला हा माणूस विद्येच्या आणि ज्ञानाच्या बळावर एखाद्या प्राचीण ऋषीपेक्षांहीलश्रेष्ठ पदाला जाऊन पोहोचला होता. धर्मशास्त्रापासून ते घटनाशास्त्रापर्यंत असा कोणताही एक कठीण विषय नव्हता, की ज्यामध्ये त्यांची बुद्धी एखाद्या गरूडासारखी वाटेल त्या उंचीपर्यंत विहार करू शकत नव्हती._
*- प्रल्हाद केशव अत्रे*
_पाच हजार वर्ष हिंदूसमाजाने सात कोटी अस्पृश्यांचा अमानुष छळ केला, त्याला त्या समाजाकडून मिळालेले आंबेडकर हे एक बिनतोड आणि बंडखोर उत्तर होते. डॉ. आंबेडकर म्हणजे बंड, मूर्तिमंड बंड. त्यांच्या देहातील कणाकणांतून बंड थैमान घालित होते. आंबेडकर म्हणजे जुलूमाविरूद्ध उगारलेली वज्रमूठ होय. आंबेडकर म्हणजे जातीभेदावर आणि विषमतेवर सदैव सोडलेले सुदर्शन चक्र होय. आंबेडकर म्हणजे धर्ममार्तडांच्या वर्णवर्चस्वाचा कोथळा फोडून त्यांची आतडी बाहेर काढणारे वाघनख होय. आंबेडकर म्हणजे समाजातील वतनदार सत्ताधाऱ्यांच्या विरूद्ध सदैव पुकारलेले एक युद्धच होय._
*- प्रल्हाद केशव अत्रे*
_मी जेव्हा डॉ. आंबेडकरांना भेटण्यासाठी त्यांच्या राजगृहात गेलो, तेव्हा मी एका भल्या मोठ्या ग्रंथालयात आलो की काय! असा भाव तेव्हा मला झाला. त्यांच्यासारख्या विद्यासंपन्न पुरूष जगात दुसरा असू शकत नाही._
*- प्र. के. अत्रे*
_डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर वाचल्यानंतर अस्तित्वाची व्यापक जाणीव झाली, डॉ. आंबेडकरांच्या साहित्याने आपण दलित आहोत आणि त्यातच वडार आहोत, याची जाणीव करून दिली. आंबेडकरांबद्दल खूपच आदर निर्माण झाला, मग मी आमच्या घरात डॉ. आंबेडकरांचा एक छान फोटो लावला, तो माझ्या वडीलांना अजिबात आवडला नाही. ते म्हणाले, ‘‘हा महाराचा फोटो घरात का लावलास ? लोक काय म्हणतील ? काढून टाक ताबडतोब हा फोटो.’’ मी त्यांना सांगितलं, ‘‘मी तर हा फोटो काढणार नाहीच, परंतु जर तुम्ही काढलात, तर तुमचे सारे देव मी बाहेर फेकून देईन, ह्या देवांनी तुम्हांला जे दिलं नाही आणि देवू शकत नाहीत, अशा गोष्टी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांनी आपल्या समाजाला दिल्या आहेत._
*' - नागराज मंजुळे*
_डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांच्या ठायी असलेले गुण इतके मोठे आहेत की, भारताचे मध्यवर्ती सरकार ते एकटे चालवू शकतील._
*- सदाशिव कानोजी पाटील*
_डॉ. आंबेडकर एक असे विद्वान आणि अद्वितीय वकिल आहेत की, त्यांच्या समोर अनेकांना हार पत्करावी लागते. ते आपल्या प्रगाढ विद्वत्तेने अनेकांच्या ह्रदयाला स्पर्श करण्याचं सामर्थ्य ठेवतात. त्यांच्या त्यागाची परिसीमा प्रचंड व्यापक आहे. ते एक नितळ जीवन जगतात. त्यांनी मनात आणलं तर ते केव्हाही युरोपात जाऊन राहू शकतात. परंतु ते ह्याची इच्छा ठेवत नाही. आपल्या दलित बांधवांचा उद्धार करणेच त्यांच्या जीवनाचे प्रमुख ध्येय आहे. त्यांना सतत शोषित वा अस्पृश्य वर्गाचे व्यक्ती असल्याच्या नात्यानेच संबोधित केले जात आहे. परंतु बुद्धिमत्तेच्या कसौटीवर ते हजारों सुशिक्षीत हिंदू विद्वानांपेक्षाही श्रेष्ठ दर्जाचे विद्वान आहेत. त्यांचे वयक्तिक जीवन आमच्यापैकी कोणत्याही उच्च दर्जाच्या निर्मळ आणि स्वच्छ व्यक्तीहून कमी नाही. आजच्या घटनेत ते कायद्याचे प्रख्यात अभ्यासक आहेत, उद्या ते कोणत्याही उच्च न्यायालयाचे न्यायाधिश ही बनू शकतात. दुसऱ्या शब्दांत सांगायचे तर, या देशाच्या शासन-प्रशासनात असे कोणतेच पद नाही, ज्याच्यावर ते विराजमान नाही होऊ शकत._
*- महात्मा गांधी*
_डॉ. आंबेडकर हे लाखो सवर्ण हिंदूपेक्षा श्रेष्ठ असूनही त्यांना अस्पृश्य मानने ही आपल्या हिंदू धर्मशास्त्राची व आपली चूक आहे. ती सुधारणे इष्ठ आहे._
*- महात्मा गांधी*
_जग बदल घालुनि घाव,_
_सांगून गेले मला भीमराव।_
*- अण्णाभाऊ साठे*
_डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांनी बौद्ध धर्माचा एक असा मजबूत खांब भारत भूमीमध्ये रोवला आहे की, ज्याला इतर कोणीही हालवू सुद्धा शकत नाही._
*- महापंडित राहुल सांस्कृत्यायन*
_हिंदू समाजातील छळ अत्याचार करणाऱ्या सर्व प्रवृत्तीविरूद्ध बंड करणारी व्यक्ती म्हणजेच डॉ. आंबेडकर होय. त्या अत्याचारी प्रवृत्तीविरूद्ध जो आवाज त्यांनी उठवला त्याने लोकांच्या मन - मेंदूंना स्तुप्त अवस्थेतून जागृत केले आहे. त्यांनी देशाच्या शासन प्रशासनातील प्रत्येक मुद्यांवर विरोध दर्शवला आहे या मुद्द्यांवर प्रत्येक व्यक्तीने विरोध दर्शवला पाहिजे. डॉ. आंबेडकर यामुळे भारताच्या अती विशिष्ट लोकांमध्येही एक असामान्य आणि सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिमत्त्व आहे._
*- जवाहरलाल नेहरू*
_भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर हे दलितांचे नेते होते, दलितांचे कैवारी होते, भारतीय राज्य घटनेचे शिल्पकार होते एवढीच त्यांची मर्यादित ओळख नाही. ते विधीतज्ज्ञ होते. तर त्याहीपेक्षा ते सर्वश्रेष्ठ अर्थतज्ज्ञ होते. भारतातले अर्थतज्ज्ञ कोण? या प्रश्नाला अमर्त्य सेन असे उत्तर नसून, सर्वश्रेष्ठ अर्थतज्ज्ञ डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरच होते._
*- डॉ. नरेंद्र जाधव*
_जर डॉ. आंबेडकरांचा जन्म भारताव्यतिरिक्त अन्य कुठल्याही देशात झाला असता तर त्यांना सर्वमान्य विश्वमानवांमध्ये स्थान मिळालं असतं._
*- राणी एलिझाबेथ (द्वितीय)*
_मला या गोष्टीचा अधिकच आनंद होता की डॉ. आंबेडकरांना भारतीय संविधानाच्या मसुदा समितीचे अध्यक्ष बनवले गेले. त्यांनी ज्या निपूणता आणि कौशल्यासोबत स्वतंत्र्य भारताचे नवीन संविधान बनवले त्याला मी खूप उत्सुकतेने पाहत होतो. ती त्यांची एक अत्यंत उदांत भेट होती. बाबासाहेब गांधीच्या विरूद्ध अत्यंत कठोरपणे उभे राहिले होते ज्यात भारतीय अस्पृश्यांना पूणे-कराराद्वारा कॉग्रंसच्या सोबत बांधले गेले होते. डॉ. आंबेडकर यांच्यात एक प्रचंड ताकद होती आणि त्या विरूद्ध जाणे भारतीय वातावरणात कोणाच्याही आवाक्यातील गोष्ट नव्हती. अशा दूरदर्शी शूरवीर महापुरूषासोबत परिचीत होणे जीवनाला नव्या उत्साहाने भरून टाकणारी घटना होती. एक असे व्यक्ती ज्यांनी भारतीय इतिहासावर आपली न मिटणारी छाप सोडून ठेवली आहे._
*- लॉर्ड माउंटबॅटन*
_मी पहिल्या वेळी डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर यांना इ.स. १९३१ च्या भारतीय गोलमेज परिषदेमध्ये भेटलो. दुसऱ्या वेळी मी इ.स. १९४६ मध्ये प्रधानमंत्री वलेमंट ऍटली च्या निमंत्रणावर भारताला अधिक अधिकार देण्याच्या विषयांवर चर्चा साठी गांधी, नेहरू, जिनाह, राजगोपालचारी आणि डॉ. आंबेडकर या नेत्यांना भेटलो. प्रतिनीधी मंडळाचा संदस्य असल्यामुळे आणि ब्रिटनच्या मजूर संघटनेशी संबधीत असल्याच्या कारणाने मला स्वभावत: डॉ. आंबेडकरांची मदत घ्यावी लागली. त्यांनी उद्योग, कारखाने आणि मजूरांच्या संबंधात खूप सारे महत्त्वपूर्ण सुझाव दिले होते. डॉ. आंबेडकर एक असामान्य व्यक्तिमत्त्व होते आणि त्यांनी भारतीय समाजाच्या सुधारांसाठी खूप मोठे योगदान दिले आहे._
*- लॉर्ड बॉट्मली*
_तथागत बुद्धांनी जीवनाच्या अंतिम सत्याला जाणण्यासाठी अथक प्रयत्नांनी ‘बुद्धत्व’ प्राप्त केले, त्याचप्रमाणे डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांनी आपली प्रचंड विद्वता आणि बुद्धिमत्तेने ‘बोधीसत्व' या अवस्थेला प्राप्त केले आहे._
*- महास्थवीर चंद्रमणी*
_डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांच्या मुळे २०व्या शतकात बौद्ध धर्म भारताच्या इतिहासात एक आठवण मात्र नाही राहिला तर तो आता एक शक्तीशाली धार्मिक शक्ती बनून समोर आला आहे. डॉ. आंबेडकरांनी केवळ भारताच्या धार्मिक जीवनात असा चमात्कारीक प्रभाव टाकला आहे की, ज्याची इतिहासात कोणीही बरोबरी करू शकत नाही. कारण त्यांच्यापासून प्रेरणा घेऊन त्यांच्या सोबत लाखो - लाखो लोकांनी मिळून बौद्ध धर्माची दीक्षा ग्रहण केली आहे._
*- महापंडित डॉ. आनंद कौसल्यायन*
_जय भीम, ..... मला बाबासाहेब नेहमी एक असे महापुरूष दिसून आले की, त्यांना केवळ दलितांचे नेते मी कधीही मानले नाही तर मी त्यांना आपले स्वत:चे नेते मानले. ते केवळ आपल्या देशाचेच नेते नव्हे तर संपुर्ण जगाचे नेते आहेत. कारण ते आपल्याला ‘मानवता’ शिकवतात, जी सर्वात मोठी गोष्ट आहे. त्यांची जी शिकवण आहे ‘समानतेची’ महत्त्वपूर्ण आहे. प्रत्येक मनुष्य जो दलित नसेल ही, शोषित असेल, मागास (Underprivileged) असेल, पिडित असेल, अडचणीत असेल त्या सर्वांसाठी ते खूप मोठी प्रेरणा होते, आशेचे किरण होते आणि त्या त्या सर्वांना त्यांनी मार्ग दाखवला. प्रत्येक मनुष्य जे मानवतामध्ये विश्वास ठेवतात, मानवतेला आपला धर्म मानतात ते सारे बाबासाहेबांचे अनुयायी आहेत. मला स्वत: त्याच्यांपासून खूप प्रेरणा मिळाली आहे. बाबासाहेबांच्या दोन गोष्टी मला खूप खास वाटतात. एक हे की, जेव्हा मी कधी अडचणीत असतो, कधी मी कोणत्या गोष्टीसाठी आवाज उठवतो जी मला योग्य वाटते आणि अशा अनेक ठिकाणी जिथे मला हिम्मत दाखवण्याची गरज पडते, जिथे मला त्या परिस्थीत भिती वाटते, मी हिम्मत हरू लागतो, तेव्हा मी बाबासाहेबांबद्दल विचार करतो. कारण ते एक असे महान व्यक्ती होते की ज्यांनी कधीही हिम्मत हरली नाही जरी त्यांच्यासंमोर कितीही मोठी समस्या असो, कितीही मोठे आव्हान असो त्यांची आपला संघर्ष नेहमी चालू ठेवला. ते निर्भय (Fearless) होते आणि ही त्यांची खास गुणवत्ता (कॉलिटी) आहे ज्यापासून मला खूप प्रेरणा मिळाली आहे. दुसरी त्यांची जी खास कॉलिटी आहे ते आहे त्यांच्या ह्रदयात असलेलं प्रेम! स्वत:साठी आणि आपल्या परिवारासाठी आपण सर्व विचार करतो, परंतु खूपच दुर्मिळ (rare) ते मनुष्य असतात जे सर्व लोकांसाठी विचार करतात. किसी प्रेम असेल बाबासाहेबांच्या की जे समग्र मानवतेसाठी विचार करू शकतात? या दोन गोष्टीपासून मी मला नेहमी त्यांच्यापासून प्रेरणा मिळाली आहे. मी नेहमी प्रयत्न केला आहे, जे संविधान त्यांनी लिहिलयं त्यावर मी चालू आणि त्यांच्या मनात जे स्वप्न होतं समाजासाठी, त्याला जर आपल्याला पुर्ण करायचं असेल तर आपल्याला त्यांनी दाखवलेल्या मार्गावर चालावं लागेल. ज्या गोष्टी त्यांनी शिकवल्या त्या आपल्याला आपल्या जीवनाचा हिस्सा बनवावं लागेल. निसंदेय ते एक महापुरूष आहेत. आणि मी आपल्या देशाच्या युवकांना विनंती करतो की, जे ग्रंथ-पुस्तके बाबासाहेबांनी लिहिली ते आपण वाचावे, त्यापासून शिकवण घ्यावी आणि त्यांनी दाखवलेल्या वाटेवर आपण चालावे. आइ सल्युट बाबासाहेब. जय भीम."_
*- आमिर खान*